Volkswagen ने हाल ही में अपने नए प्लान्स का ऐलान किया है, जिसमें वो अमेरिकन इलेक्ट्रिक व्हीकल स्टार्टअप रिवियन में $5 बिलियन तक निवेश करने वाले हैं। दोनों कंपनियों का मकसद है मिलकर एडवांस्ड इलेक्ट्रिक आर्किटेक्चर और सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी डेवलप करना, जो नए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (ईवी) में इन्कॉर्पोरेट किया जाएगा। ये नए व्हीकल्स दशक के दूसरे हिस्से में रिलीज होने की उम्मीद है। वोल्क्सवैगन ने ये भी साफ किया है कि वो अपने आने वाले इलेक्ट्रिक ब्रांड ‘स्काउट‘ पर काम जारी रखेंगे, चाहे रिवियन के साथ जॉइंट वेंचर का ऐलान हो चुका हो।
Volkswagen का रिवियन में $5 बिलियन का निवेश
इस कोलैबोरेशन को शुरू करने के लिए, Volkswagen इस साल रिवियन को $1 बिलियन देगा एक अनसिक्योर्ड कनवर्टिबल नोट के जरिए। ये शुरुआती निवेश 2026 तक अतिरिक्त $4 बिलियन से फॉलो किया जाएगा। फाइनल क्वार्टर में ये जॉइंट वेंचर फॉर्म होगा जहां Volkswagen और रिवियन दोनों के इक्वल ओनरशिप और कंट्रोल होंगे।
Volkswagen ग्रुप के सीईओ, ओलिवर ब्लूमे, ने कहा, “हमारे कस्टमर्स को रिवियन के साथ इस टार्गेटेड पार्टनरशिप से लीडिंग टेक्नोलॉजी आर्किटेक्चर मिलने का फायदा होगा। हमारे कोऑपरेशन के जरिए हम अपनी व्हीकल्स में बेस्ट सॉल्यूशंस को फास्टर और लोअर कॉस्ट पर ला पाएंगे। हमारे स्ट्रॉन्ग ब्रांड्स के आइकोनिक प्रोडक्ट्स के साथ ये पार्टनरशिप परफेक्टली फिट होती है। हम अपनी टेक्नोलॉजी प्रोफाइल और कंपडीशन को मजबूत कर रहे हैं।”
रिवियन के फाउंडर और सीईओ, आरजे स्केरिंगे, ने कहा, “हम Volkswagen ग्रुप के साथ पार्टनरशिप करके बहुत एक्साइटेड हैं। रिवियन के शुरुआती दिनों से ही हम हाईली डिफरेंशिएटेड टेक्नोलॉजी डेवलप करने पर फोकस करते आए हैं, और ये बहुत एक्साइटिंग है कि दुनिया की सबसे बड़ी और रिस्पेक्टेड ऑटोमोटिव कंपनियों में से एक ने इसे पहचाना है। इस पार्टनरशिप से ना सिर्फ हमारी सॉफ्टवेयर और जोनल आर्किटेक्चर ब्रॉडर मार्केट में जाएगी, बल्कि ये हमारे कैपिटल नीड्स को भी सिक्योर करने में मदद करेगी। रिवियन का मिशन दुनिया को फॉसिल फ्यूल्स से ट्रांज़िशन करने में मदद करना है, और ये पार्टनरशिप उस मिशन के साथ अच्छी तरह मेल खाता है।”
रिवियन अभी अपने R1T पिकअप और R1S SUV ऑफर करता है, और भविष्य में अपने पोर्टफोलियो को R2 और R3 प्लेटफॉर्म्स से एक्सपैंड करने का प्लान बना रहा है। कंपनी का फोकस कॉस्ट्स को रेड्यूस करने और कैपिटल को बढ़ाने पर है ताकि ये नए प्लेटफॉर्म्स मार्केट में लाए जा सकें। दूसरी तरफ, Volkswagen अपनी आईडी रेंज ऑफ ईवीज को ग्लोबली एक्सपैंड कर रहा है। ये ऐलान एक ऐसे वक्त पर आया है जब ईवी सेल्स में स्लोडाउन देखा जा रहा है और ऑटोमेकर्स अपने ऑल-इलेक्ट्रिक फ्यूचर प्लान्स को रीस्ट्रक्चर कर रहे हैं।
तो, Volkswagen और रिवियन का ये जॉइंट वेंचर फ्यूचर के ईवी मार्केट को रीडिफाइन करने की पोटेंशियल रखता है। इस इन्वेस्टमेंट से ना सिर्फ दोनों कंपनियों को फायदा होगा, बल्कि कस्टमर्स को भी नए और एडवांस्ड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स मिलेंगे जो टेक्नोलॉजी और परफॉर्मेंस का परफेक्ट ब्लेंड होंगे। ये पार्टनरशिप इनोवेशन और सस्टेनेबल मोबिलिटी को एक नया डायरेक्शन देने के लिए तैयार है।